मैं भटक रहा फिलहाल के तेरा हो जाऊं

कुछ ऐसा कर कमाल, कुछ ऐसा कर कमाल,
के खाटू आ जाऊं
मैं भटक रहा फिलहाल,
मैं भटक रहा फिलहाल के तेरा हो जाऊं।।

जुदाई ये अब तो सही ना जायेगी,
बोलो ना किस्मत मेरी कब रंग लाएगी,
कुछ ऐसा करो कमाल के खाटू आ जाऊं,
मैं भटक रहा फिलहाल के खाटू आ जाऊं।।

दया अब सांवरे मुझ पर कीजिये,
दर्द जो दिया है दवा भी कीजिये,
मेरा हाल हुआ बेहाल
कुछ ऐसा कर कमाल,
कुछ ऐसा कर कमाल के खाटू आ जाऊं
मैं भटक रहा फिलहाल,
मैं भटक रहा फिलहाल के तेरा हो जाऊं।।

दर्शन को पाकर के मैं सब कुछ पा जाऊं,
मैं चाहूँ मैं बाबा तुझमे ही समां जाऊं,
राठी हो जाए निहाल,
कुछ ऐसा कर कमाल, कुछ ऐसा कर कमाल,
के खाटू आ जाऊं
मैं भटक रहा फिलहाल,
मैं भटक रहा फिलहाल,
के तेरा हो जाऊं,
कुछ ऐसा कर कमाल,
कुछ ऐसा कर कमाल के खाटू आ जाऊं
मैं भटक रहा फिलहाल,
मैं भटक रहा फिलहाल के तेरा हो जाऊं।।

Kuchh Aesa Karo Kamaal Ki Khatu Aa Jau
Main Bhatak Raha Filhall Ki Tera Ho Jau

Judayi Ye Ab To Sahi Naa Jayegi
Bolo Naa Kishmat Kab Meri Rang Layegi
Haale Tadpe Tera Laal

Kuchh Aesa Karo Kamaal Ki Khatu Aa Jau
Main Bhatak Raha Filhall Ki Tera Ho Jau

Daya Ab Sanware Mujhpar Keejiye
Dard Jo Diya Hai Dava Bhi Keejiye

Mera Haal Hua Behaal
Kuchh Aesa Karo Kamaal Ki Khatu Aa Jau
Main Bhatak Raha Filhall Ki Tera Ho Jau

Darshan Do Kripa Karke
Main Sabkuchh Paa Jau

Yahi Chaahu Main Baba
Tujhme Hi Sama Sajau

Rakhi Ho jaye Nihaal
Kuchh Aesa Karo Kamaal Ki Khatu Aa Jau
Main Bhatak Raha Filhall Ki Tera Ho Jau

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