ढोल बजने लगे भक्त गाने लगे
भवानी के जगरातों की रात आ गई
भवानी के जगरातों की रात आ गई।।
भवानी के मंदिर में ज्योत जगे
मैया जी मूरत सुहानी लगे
माँ की चोखट जाओ
माँ की महिमा गाओ
जगदम्बे के जगरातों की रात आ गई
भवानी के जगरातों की रात आ गई।।
सावन का महिना झुला झूले माँ
पाकर माँ का दर्शन हर मनवा झूमे
माँ को वंदन करो अभिवादन करो
भवानी के जगरातों की रात आ गई
भवानी के जगरातों की रात आ गई।।
जगरातों में माँ सबकी झोली भरे
हर मन की मुरादें माँ पूरी करे
जगरातों में माँ सबकी झोली भरे
हर मन की मुरादें माँ पूरी करे
माँ के मंदिर जाओ माँ के दर्शन पाओ
नवदुर्गा के जगरातों की रात आ गई
नवदुर्गा के जगरातों की रात आ गई
भवानी के जगरातों की रात आ गई।।
सारे भक्तों को माँ ने सहारा दिया
वचन जो दिया उसको पूरा किया
माँ की जय जय गाओ इनकी कृपा पाओ
भवानी के जगरातों की रात आ गई
जगदम्बे के जगरातों की रात आ गई।।
ढोल बजने लगे भक्त गाने लगे
भवानी के जगरातों की रात आ गई
भवानी के जगरातों की रात आ गई।।
सिंगर – मुकेश बागड़ा जी