सागर में नैया कृष्णा कन्हैया
डूबती नैया के प्रभु तुम हो खिवैया श्याम
सागर में नैया कृष्णा कन्हैया।।
तेरे शिव मेरा कोई नहीं है
किसको पुकारू कोई तुझसे कोई नहीं है
निर्बल के इस दुनिया में तुम ही सहारे
सागर में नैया कृष्णा कन्हैया।।
झूठी है दुनिया झूठा ज़माना
मैं तो हूँ कान्हा तेरा दीवाना
देर करो न सुनलो राधा के प्यारे
सागर में नैया कृष्णा कन्हैया।।
कितनो को कान्हा तुम देते सहारा
थक सा गया हूँ मैं भी दुनिया से हारा
देख खड़ा हूँ तेरे दर के किनारे
सागर में नैया कृष्णा कन्हैया।।
गलती ललित की पहले ना आया
अपनों का कान्हा मैंने खूब आज़माया
मतलब की इस दुनिया में तुम ही हमारे
सागर में नैया कृष्णा कन्हैया ।।
सागर में नैया कृष्णा कन्हैया
डूबती नैया के प्रभु तुम हो खिवैया श्याम
सागर में नैया कृष्णा कन्हैया।।