आज कहानी श्याम की सुनले वार्ना कल पछतायेगा
आज कहानी श्याम की सुनले वार्ना कल पछतायेगा।।
जय श्री श्याम पुकारने वाला भाव सागर तर जाएगा
जय श्री श्याम पुकारने वाला भाव सागर तर जाएगा
तर जाएगा तर जाएगा तर जाएगा तर जाएगा ।।
श्याम खाटू वाले की कथा मैं सुनाता हूँ
बर्बरीक से श्याम बने कैसे मैं बताता हूँ
भीम का वो पोता था माँ अहिलवती उसकी
बाप का वो दुलारा था माँ के आँख की ज्योति
एक दिन का किस्सा माँ से लगा वो कहने
मैं भी जाऊंगा लड़ने मैं भी जाऊंगा लड़ने
माँ ने अपने बेटे को प्यार से ये समझाया
क्या करोगे तुम जाकर ये ख्याल क्यों आया
ये ख्याल क्यों आया ये ख्याल क्यों आया
युद्ध है महाभारत आप जानी हो माँ
ऐसा युद्ध दुनिया में हुआ है ना होगा माँ
मेरी भी तमन्ना है कुछ कमाल दिखलाऊ
आप दीजिये आज्ञा युद्ध क्षेत्र में जाओ।।
जय श्री श्याम पुकारने वाला भाव सागर तर जाएगा
जय श्री श्याम पुकारने वाला भाव सागर तर जाएगा
तर जाएगा तर जाएगा तर जाएगा तर जाएगा ।।