त्रिकूट पर्वत पे विराजे
पिंडी रूप में डाती
वैष्णो मैया के जैकरे
सारी दुनिया लगती।।
उँची चढ़ाई चढ़ जाते है
जय जैकारे लगाते
जय माता दी बोल रहे है
भक्ता नाचते गाते।।
बोलो वैष्णो मैया की जय
अम्बे रानी माँ वैष्णो रानी माँ दाती वरदानी,
भक्तो को देती प्यार जी,
जो भी आये दवारे भर देती भंडार जी।।
ऊंचे भवनों में तीनो रूप विराजे,
सब को दर्शन देती माँ,
मन की मुरादे सबकी पूरी है करती,
झोलियाँ भर देती माँ,
वैष्णो मैया पिंडी रानी दाती माँ वरदानी,
भगतो को माँ दर्श दिखती माँ प्यार लुटाती,
लगाती भव से पार जी जो भी आये
द्वारे भर देती भण्डार जी,
अम्बे रानी माँ वैष्णो रानी माँ
दाती वरदानी भक्तो को देती प्यार।।
श्री धर की मैया रानी लाज बचाई,भंडारा खिलवाया है,
पापी धरो ने उत्पात मचाया उसको मार गिराया है,
पापियों को मैया मारे भक्त जनो को तारे,
तेरे द्वारे भक्त तेरे आते माँ
आस जगाते लगाते जय जय कार जी,
जो भी आये द्वारे भर देती भण्डार जी,
अम्बे रानी माँ वैष्णो रानी माँ
दाती वरदानी भक्तो को देती प्यार।।
कटरा से चल के बाण गंगा जो जाते,
माँ की किरपा पाते है अर्धकवारी
फिर सांझी शट से माँ का पहला दर्शन पाते है,
ध्वजा नारियल जो भी लाये श्रदा से चढ़ाये,
इन चरणों से प्यार वो पाते पाप मिट जाते,
भागो के खुलते द्वार जी,
जो भी आये द्वार भर देती भण्डार जी,
अम्बे रानी माँ वैष्णो रानी माँ
दाती वरदानी भक्तो को देती प्यार।।
Teri Koot Parvat Pe Viraje
Pindi Roop Mein Daati
Vaishno Maiya Ke Jaikare
Saari Duniya Lagati
Unchi Chadayi Chad Jaate Hai
Jai Jaikare Lagate
Jai Mata Di Bol Rahe Hai
Bhakta Nachte Gaate
Bolo Vaishno Maiya Ki Jai Ho
Ambe Rani Maa Vaishno Rani
Maa Daati Vardani
Bhakto Ko Deti Pyar Jee
Jo Bhi Aaye Dware
Bhar Deti Bhandar Jee
Singer : Rakesh Kala
Ambe Rani Maa Vaishno Rani
Maa Daati Vardani
Bhakto Ko Deti Pyar Jee
Jo Bhi Aaye Dware
Bhar Deti Bhandar Jee
Unche Bhawano Mein
Teeno Roop Viraje
Sabko Darshan Deti Maa
Man Ki Murade
Sabki Puri Hai Karti Maa
Jholiya Bhardeti Maa
Vaishno Maiya Pindi Rani
Daati Maa Vardani
Bhakto Ko Maa Darash Dikhati
Maa Pyar Lutati
Lagati Bhav Se Jee
Jo Bhi Aaye Dware
Bhardeti Bhandar Jee
Ambe Rani Maa Vaishno Rani
Maa Daati Vardani
Bhakto Ko Deti Pyar Jee
Jo Bhi Aaye Dware
Bhar Deti Bhandar Jee