देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशादेवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशादेवा श्री गणेशा देव श्री गणेशा ज्वाला सी जलाती हैआँखों में जिसके भीदिल में तेरा नाम हैपरवाह ही क्या उस्काआरंभ कैसा हैऔर कैसा परिणम हैधाराती अंबर सितारेउसकी नज़र उतरे दार भी उससे दारा रेजिस्की रखवलिया रेकराटा साया तेराहे देवा श्री गणेशदेवा श्री गणेश देवा श्री … Read more