ग्वालन मत पकडे मेरी बइयां मेरी दुःखे नरम कलाईयाँ
ग्वालन मत पकडे मेरी बइयां मेरी दुःखे नरम कलाईयाँ Gwalan Mat Pakde meri Gaiya Meri Dukhe Naram Kalaiya ग्वालन मत पकडे मेरी बइयां,मेरी दुःखे नरम कलाईयाँ।। आज छोड़ हा कसम मैं खाऊं,लेऊँ तेरी बलइयां,ग्वालन मत पकड़े मेरी बइयां ,मेरी दुःखे नरम कलाईयाँ।। मैं नही तेरे माखन खायो,अपने घर से ही मुख लिपटायो,मटकी के नहीं हाथ … Read more