दीवाने श्याम आये है मिलन की आस लाये है,
महफ़िल सजायेंगे झूमेंगे जायेगे ना होश में आएंगे ,
तेरे द्वार पे नाचेंगे तेरे दरबार में नाचेंगे,
दीवाने श्याम आये है मिलन की आस लाये है,
महफ़िल में तेरी है होता यही,
जो कुछ भो मांगो है मिलता वही ,
दिल तेरा दरया है डूबे गे हम,
आंसू से अपने ये भर देंगे हम,
आंसू झलकायेगे तुम्हे भेट चढ़ाये गे,
हम खुशिया बनाएंगे ,
तेरे द्वार पे नाचेंगे तेरे दरबार में नाचेंगे,
मिलने की तुम से उमंग जागी है ,
दिल में तेरी ही लगन लागि है.
प्रेम हमारा तू पहचान ले,
दिल भी है तुझपे कुर्बान ये,
तुझे याद करे हर पल न भूल पाएंगे ये रिश्ता निभाए गे,
तेरे द्वार पे नाचेंगे तेरे दरबार में नाचेंगे,
दीवाने श्याम आये है मिलन की आस लाये है
श्याम सखे तेरी नगरी में हम
घूम आये खाली गगरी में हम,
भर दोगे प्रेम से विश्वाश है
दिल को तो प्रेम की ही प्यास है,
काली शर्मा के हम तुम्हे भजन सुनाएँगे
तुमको भी नचाएंगे,
तेरे द्वार पे नाचेंगे तेरे दरबार में नाचेंगे,
दीवाने श्याम आये है मिलन की आस लाये है
सिंगर – मुकेश कुमार मीणा जी।