दुर्गे माता आंबे माता तेरी जय जय कार माता
दर्शन की अभिलाषा माता तेरी जय जय कार माता
जय हो माता जय हो माता जय
ओ सुख दाई सब की माता भगतो से है तेरा नाता
सपर्श तेरा दिल में लागे
चरणों में तेरे ये वर मांगे घर आँगन में गूंजे गी
तेरी जय जय कार माता
माता तू है शांति दाई मन में सब के ज्योत जलाई
सब को माता मंगल कर दे
सारे जग को पावन करदे नैया लगा दी सब की पार
तेरी जय जय कार माता