इक ओंकार सतनाम

इक ओंकार सतनाम

करता पुरख

निरभऊ निर्वैर

अकाल मूरत

अजूनी सभम

गुरु परसाद

जप आदि सच जुगादि सच

है भी सच नानक होसे भी सच

सोचै सोचि न होवई जे सोची लख वार ॥
चुपै चुप न होवई जे लाइ रहा लिव तार ॥

उखिया पुख न उतरी

जे बनना पूरिया पार

सहास्यांपा लाख वह है

ता एक न चले नाल

के वे सच यारा होइ ऐ

के वे कूड़े टूटते पाल

हुकुम रजाई चलना नानक लिखिए नाल

एक ओंकार : अकाल पुरख परमात्मा एक है। उसके जैसा कोई और नहीं है। वो सब में रस व्यापक है। हर जगह मौजूद है।

सतनाम : अकाल पुरख का नाम सबसे सच्चा है। ये नाम सदा अटल है, हमेशा रहने वाला है।

करता पुरख : वो सब कुछ बनाने वाला है और वो ही सब कुछ करता है। वो सब कुछ बनाके उसमें रच-बस गया है।

निरभऊ : अकाल पुरख को किसी से कोई डर नहीं है।

निरवैर : अकाल पुरख का किसी से कोई बैर (दुश्मनी) नहीं है।

अकाल मूरत : प्रभु की शक्ल काल रहित है। उन पर समय का प्रभाव नहीं पड़ता। बचपन, जवानी, बुढ़ापा मौत उसको नहीं आती। उसका कोई आकार कोई मूरत नहीं है।

अजूनी : वो जूनी (योनियों) में नहीं पड़ता। वो ना तो पैदा होता है ना मरता है।

स्वैभं :(स्वयंभू) उसको किसी ने न तो जनम दिया है, न बनाया है वो खुद अवतरित हुआ है।

गुरप्रसाद : गुरु की कृपा से परमात्मा हृदय में बसता है। गुरु की कृपा से अकाल पुरख की समझ इंसान को होती है।

Ek Omkar Satnam – EK Onkaar Satnaam

Ek Omkar  Omkar (God is One)
Satnam (His name is True)
Kartapurakh (He is the Creator)
Nirbhau (He is without fear)
Nirvair (He is inimical to none)
Akaal Murat (He never dies)
Ajooni (He is beyond births and deaths)
Saibhang ( He is self illuminated)
Gurprasaad (He is realized by the kindness of the True Guru)
Jap (Repeat His Name)
Aad sach (He is True in the beginning, before the anything universe existed)
Jugaad sach (He was True when the ages commenced and has ever been True)
Hai bhi sach (He is also True now)
Nanak hosi bhi sach. (Satguru Nanak says that he will be certainly True in the future.)

Soche Soch Na Ho Wai
Je Sochi Lakh Waar
Chhupe Chhup Na Howai
Je Laai Har Lakhtaar
Ukhiya Pukh Na Utari
Je Banna puriya paar
Sahasyanpa Lakh Woh hai

Ta Ek Na Chale Naal
Ke Ve Sach Yaara Hoi Ae
Ke Ve Kude Tutte Paal
Hukum Rajai Chalna
Nanak Likheya Naal

इन सबद कीर्तन को भी सुने –

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