हर किसी के संग रहता मेरा श्याम खाटू वाला
दुःख हो चाहे सुख दोनों में बन जाता ये घरवाले
हर किसी के संग रहता
अपनों के खातिर ये हाज़िर रहता है मेरा ये श्याम धणी
हो संकट चाहे कितना बड़ा लहराता हाथ की मोरछड़ी
बन जाता रखवाला मेरा श्याम खाटूवाला
हर किसी के संग रहता
ये करता सबकी फ़िक्र बहुत सबके बारे में सोचे ये
बहते आँखों के आंसू को खुद अपने हाथों से पोंछे ये
ये बड़ा है दिलवाला मेरा श्याम खाटू वाला
हर किसी के संग रहता
हाथों की चंद लकीरे जब आपस में जुड़ा हो जाती हैं
मेरे श्याम प्रभु की किरपा से कुंदन फिर वो मिल जाती है
खोले किस्मत का ये ताला मेरा श्याम खाटूवाला
हर किसी के संग रहता