जिनके हृदय श्री राम बसे, तिन और का नाम लियो ना लियो
जिनके हृदय श्री राम बसे, तिन और का नाम लियो ना लियो।।
कोई मांगे कंचन सी काया, मोई मांग रहा प्रभु से माया
कोई पुण्य करे कोई दान करे, कोई दान का रोज बखान करे
जिन कन्या धन को दान दियो, उन और को दान दियो ना दियो।।
कोई घर में बैठा नमन करे, कोई हरि मंदिर में भजन करे
कोई गंगा यमुना स्नान करे, कोई काशी जाके ध्यान धरे
जिन मात पिता की सेवा की, उन तीरथ स्नान किओ ना किओ ।।
जिन के द्वारे पर गंग बहे, तिन कूप का नीर पीया ना पीया
जिन काम किया परमार्थ का, तिन हाथ से दान दिया ना दिया
जिन के घर एक सपूत भयो, तिन लाख भया ना भया ।।
Jinke Hirdaye Siya Ram Base
Tin Aur Ka Naam Liya Na Liya Re
Jinke Hirdaye Siya Ram Base
Jinke Ghar Ek Saput Bahayo
Tin Lakh Kaput Hua Na Hua Re
Jinke Hirdaye Siya Ram Base
Jin Maat Pita Ki Seva Ki
Tin Tirth Vart Kiya Na Kiya Re
Jinke Hirdaye Siya Ram Base
Jinke Dvare Par Gang Bahe
Tin Kup Ka Nir Piya Na Piya Re
Jinke Hirdaye Siya Ram Base
Tulasi Das Vichar Kare
Kapati Ko Mit Kiya Na Kiya
Jinke Hirdaye Siya Ram Base