खाटू के श्याम बड़े सुन्दर
उतारो कोई इनकी नजरिया रे
श्याम सलोने का रूप सुहाना है
कजरारे श्यामजी की नैना उतारो कोई
इनकी नजरिया रे।।
खाटू के श्याम बड़े सुन्दर
उतारो कोई इनकी नजरिया रे।।
चन्दन का टीका और केसरिया बागा
शीश पे मुकुट सुहाना
उतारो कोई इनकी नजरिया रे।।
खाटू के श्याम बड़े सुन्दर
उतारो कोई इनकी नजरिया रे।।
श्याम प्रभु जी का मंदिर है प्यारा
रतन ज्यादा सिंहासन
उतारो कोई इनकी नजरिया रे।।
खाटू के श्याम बड़े सुन्दर
उतारो कोई इनकी नजरिया रे।।
श्याम प्रभु मेरे तीन बाण धारी
बैरागी श्याम बलकारी
उतारो कोई इनकी नजरिया रे।।
खाटू के श्याम बड़े सुन्दर
उतारो कोई इनकी नजरिया रे।।