किसने सजाया तेरा भवन
बड़ा प्यारा लागे बड़ा सोहना लागे।।
ये हार गुलाबी मैया जी,
किसने पहनाया मैया जी,
माथे पर केसर मैया जी,
तिलक लगाया मैया जी,
चरणो मे तेरे करते नमन,
भक्तो पे करदो नज़रों कर्म,
बड़ा प्यारा लागे बड़ा सोहना लागे।।
ये लाल चुनरिया मैया जी,
किसने पहनाई मैया जी,
बड़ी सुंदर तेरी मैया जी,
है मूर्त सजाई मैया जी,
माँ दे दो सहारा करते भजन,
बड़ा प्यारा लागे बड़ा सोहना लागे।।
जो सिमरन तेरा मैया जी,
बड़े प्यार से करते मैया जी,
उनके तो बेड़े मैया जी,
हैं पार उतरते मैया जी,
दर्शन को तेरे तरसे नयन,
बड़ा प्यारा लागे बड़ा सोहना लागे।।
तेरे दर पर जिसने मैया जी,
झोली फैलाई मैया जी,
तुम ने तो मईया मैया जी,
तकदीर बनाई मैया जी,
मुझको बुला ले अपने भवन,
बड़ा प्यारा लागे बड़ा सोहना लागे।।