माँ तो ममता की मूरत है सबसे हसी

अंबे तू मेरी स्वामिनी मैं तो तेरा दास
ज़मन जनम मोहे दीजिए
अपने चरणों में वास।।

माँ तो ममता की मूरत है सबसे हसी
माँ के जैसा कही भी
माँ के जैसा कही भी ठिकाना नही।।

माँ तू ममता की मूरत है सबसे हसी
माँ के जैसा कही भी ठिकाना नही।।

ब्रह्मा विष्णु शंकर ने
तेरे आगे शीश झुकाया
जगदाम्बे तू है जाग जननी
इश्स दुनिया को बनाया।।

तेरी करुणा से गुलज़ार सारा जहाँ
तू ना होती तो जमाना नही।।

माँ तू ममता की मूरत है सबसे हसी
माँ के जैसा कही भी ठिकाना नही।।

जो विकराल घड़ी संकट की
भक्तो पर जब आती।।

लेकर के तू रूप नया जाग को मिटने से बचाती
शक्ति के जैसा त्रिभुवन में कोई नही
कोई अहसान माँ का भूलना नही।।

माँ तू ममता की मूरत है सबसे हसी
माँ के जैसा कही भी ठिकाना नही।।

होटो पे है दुआ के झरने
माँ करुणा का सागर
सभी भला काट जाती है
माँ के चरणों में आकर।।

माता के जैसा गम कार कोई नही
निरंजन संतोष चरणों से जाना नही।।

माँ तो ममता की मूरत है सबसे हसी
माँ के जैसा कही भी ठिकाना नही।।

Ambey Tu Meri Swamini
Main To Tera Das
Jaman Janam Mohe Deejiye
Apne Charno Mein Vaas

Maa To Mamta Ki Murat Hai Sabase Hasi
Maa Ke Jaisa Kahi Bhi
Maa Ke Jaisa Kahi Bhi Thikana Nahi

Maa Tu Mamta Ki Murat Hai Sabase Hasi
Maa Ke Jaisa Kahi Bhi Thikana Nahi

Brahma Vishnu Shankar Ne
Tere Aage Sheesh Jhukaya

Jagdambey Tu Hai Jag Janani
Iss Duniya Ko Banaya

Teri Karuna Se Gulzaar Saara Jahan
Tu Naa Hoti To Jamana Nahi

Maa Tu Mamta Ki Murat Hai Sabase Hasi
Maa Ke Jaisa Kahi Bhi Thikana Nahi

Jo Vikral Ghadi Sankat Ki
Bhakto Per Jab Aati

Lekar Ke Tu Roop Naya Jag Ko Mitne Se Bachati
Shakti Ke Jaisa Tribhuvan Mein Koi Nahi
Koi Ahsaan Maa Ka Bhulana Nahi

Maa Tu Mamta Ki Murat Hai Sabase Hasi
Maa Ke Jaisa Kahi Bhi Thikana Nahi

Hoto Pe Hai Dua Ke Jharne
Maa Karuna Ka Sagar

Sabhi Bhala Kat Jaati Hai
Maa Ke Charno Mein Aakar

Maata Ke Jaisa Gam Kaar Koi Nahi
Niranjan Santosh Charno Se Jana Nahi

Maa To Mamta Ki Murat Hai Sabase Hasi
Maa Ke Jaisa Kahi Bhi Thikana Nahi

Leave a Comment