मैं हार के दुनिया से तेरे द्वार पे आया हूँ
हे श्याम मेरे श्याम रेहम करना गर्दिश का सताया हूँ
मैं हार के दुनिया से तेरे द्वार पे आया हूँ।।
नहीं मोल चूका सकते तेरे उपकारों का
रहा सदा सहारा तू तकदीर के मारों का
मुझ पर भी दया करना दुःख दर्द का साया हूँ
हे श्याम मेरे श्याम रेहम करना गर्दिश का सताया हूँ
मैं हार के दुनिया से तेरे द्वार पे आया हूँ।।
डीनो की सदा तुमने बड़ी की रखवाली है
कभी दुःख की शूल चुभी तुमने ही निकाली है
मेरी भी खबर ले लो बड़ा मैं दुःख पाया हूँ
हे श्याम मेरे श्याम रेहम करना गर्दिश का सताया हूँ
मैं हार के दुनिया से तेरे द्वार पे आया हूँ।।
हे श्याम धणी कैसे मैं पाऊं बोल तुझे
बाज़ार में मिलता तो ले लेता मोल तुझे
इस मिलान की चाहत ने बड़ा मैं तड़पाया हूँ
हे श्याम मेरे श्याम रेहम करना गर्दिश का सताया हूँ
मैं हार के दुनिया से तेरे द्वार पे आया हूँ।।
कभी सुख के रंग भरे किस्मत की लकीरों में
कभी गजेसिंह जकड़ा दुःख की ज़ंजीरो में
हे श्याम ये खेल तेरा मैं समझ न पाया हूँ
हे श्याम मेरे श्याम रेहम करना गर्दिश का सताया हूँ
मैं हार के दुनिया से तेरे द्वार पे आया हूँ।।
Main Haar Ke Duniya Se Tere Dwar Pe Aaya Hoon
He Shyam Mere Shyam Rehem Karana Gardish Ka Sataya Hoon
Main Haar Ke Duniya Se
Nahin Mol Chuka Sakate Tere Upkaron Ka
Raha Sada Sahara Tu Takadeer Ke Maron Ka
Mujh Par Bhi Daya Karana Duhkh Dard Ka Saya Hoon
He Shyam Mere Shyam Reham Karana Gardish Ka Sataya Hoon
Main Haar Ke Duniya Se
Dino Ki Sada Tumane Badi Ki Rakhavali Hai
Kabhi Duhkh Ki Shool Chubhi Tumne Hi Nikali Hai
Meri Bhi Khabar Le Lo Bada Main Duhkh Paya Hoon
He Shyam Mere Shyam Reham Karna Gardish Ka Sataya Hoon
Main Haar Ke Duniya Se
He Shyam Dhani Kaise Main Paun Bol Tujhe
Bazar Mein Milata To Le Leta Mol Tujhe
Is Milan Ki Chahat Ne Bada Main Tadpaya Hoon
He Shyam Mere Shyam Reham Karna Gardish Ka Sataya Hoon
Main Haar Ke Duniya Se
Kabhi Sukh Ke Rang Bhare Kismat Ki Lakiron Mein
Kabhi Gajesinh Jakada Duhkh Ki Zanjiro Mein
He Shyam Ye Khel Tera Main Samajh Na Paya Hoon
He Shyam Mere Shyam Reham Karna Gardish Ka Sataya Hoon
Main Haar Ke Duniya Se