मेरे खाटू वाले श्याम, मुझको अपना लेना
चरणों की सेवा में, मुझको भी लगा लेना
चरणों की सेवा में , मुझको भी लगा लेना ।।
पुष्पो से हर एक दिन, मैं तुझको सजाऊँगा
हर किसम के इतरो से, तेरा दर महकाउंगा
तेरे दिए ही गहनों से, श्रृंगार करा लेना
चरणों की सेवा में, मुझको भी लगा लेना।।
ग्यारस का जो दिन आये, सेवा प्रेमियों की मिल जाये
मैं भजन करू तेरा, प्रेमी झूम-झुम गाए
इस पापी प्रेमी को, नैनो में बसा लेना
चरणों की सेवा में, मुझको भी लगा लेना।।
इस जीवन से संकट, सेवा करते कट जाए
संकट भी क्या कर पाए, जिसे सेवा ये मिल जाए
अनुज के इन भावों को, स्वीकार प्रभु कर लेना
चरणों की सेवा में, मुझको भी लगा लेना।।