राम जय राम सिया राम
मुझे कुछ नहीं और सुझाये
मेरे मन में राम समाये
मुझे दुखो से मुक्त कराये
मेरे मन में राम समाये
मुझे कुछ नहीं और सुझाये
मेरे मन में राम समाये
जिसे राम नाम से प्रीत
ना कोई हो उसका
वही बिगड़े काम बनाये
मेरे मन में राम समाये
मुझे कुछ नहीं और सुझाये
मेरे मन में राम समाये
जिसे राम नाम से प्रीत
हर काम में उसकी जीत
ना कोई हो जिसका दुश्मन
हर कोई है उसका मीट
वोही बिगड़े काम बनाये
मेरे मन में राम समाये
मुझे कुछ नहीं और सुझाये
मेरे मन में राम समाये
मुझे दुखो से मुक्त कराये
मेरे मन में राम समाये
जो होवे सद्गुण वाला
पिए राम नाम रस प्याला
उज्जवल हो उसका जीवन
वो बड़ा ही किश्मत वाला
मुझे रास्ता वोही दिखाए
मेरे मन में राम समाये
मुझे दुखो से मुक्त कराये
मेरे मन में राम समाये
मुझे कुछ नहीं और सुझाये
मेरे मन में राम समाये
जो राम नाम में लीन
हर कला में वो प्रवीण
करे नाम वो कुल का रोशन
कहलाये वो कुलीन
हर रंग में जीना सिखाये
मेरे मन में राम समाये
मुझे कुछ नहीं और सुझाये
मेरे मन में राम समाये