मुझे रास आ गया है तेरे दर पर सर झुकाना

के आपसे है दुनिया मेरी मेरी तो दुनिया आप हो
मेरी तो दुनिया आप हो
इस भरी दुनिया में मेरा हम नवा कोई नहीं
जिसको मैं अपना कह सकूं
वो बाँदा परवर आप हो
वो बाँदा परवर आप हो
मेरी जिंदगी की आरजू मेरी तमन्ना आप हो
आप हो दिलबर मेरे मेरे तो रहबर आप हो
अब कहा जाऊं कन्हैया
मैं अब कहाँ जाऊ कन्हैया तेरे दर को छोड़ के
श्याम सुन्दर ऐ कन्हैया मेरे तो सब कुछ आप हो
श्याम सुन्दर ओ कन्हैया मेरे तो सबकुछ आप हो ।।

मुझे रास आ गया है तेरे दर पर सर झुकाना,
तुझे मिल गया पुजारी मुझे मिल गया ठिकाना,
मुझे रास आ गया हैं तेरे दर पर सर झुकाना।।

मुझे इसका गम नहीं है यह दुनिया रुठ जाए,
मुझे इसका गम नहीं है यह दुनिया रुठ जाए,
मेरी जिंदगी के मालिक कहीं तुम ना रूठ जाना,
मुझे रास आ गया हैं तेरे दर पर सर झुकाना,
तुझे मिल गया पुजारी मुझे मिल गया ठिकाना।।

तेरी बंदगी से पहले मुझे कौन जानता था,
तेरी बंदगी से पहले मुझे कौन जानता था,
तेरी याद ने बना दी मेरी जिंदगी फसाना,
मुझे रास आ गया हैं तेरे दर पर सर झुकाना,
तुझे मिल गया पुजारी मुझे मिल गया ठिकाना।।

दुनिया की ठोकरों से आया मैं तेरे द्वारे,
दुनिया की ठोकरों से आया मैं तेरे द्वारे,
मेरे मुरली वाले मोहन अब और ना सताना,
मुझे रास आ गया हैं तेरे दर पर सर झुकाना,
तुझे मिल गया पुजारी मुझे मिल गया ठिकाना।।

तेरी सांवरी सुरतिया मेरे मन में बस गई है,
तेरी सांवरी सुरतिया मेरे मन में बस गई है,
अब आ भी जाओ मोहन करके कोई बहाना,
मुझे रास आ गया हैं तेरे दर पर सर झुकाना,
तुझे मिल गया पुजारी मुझे मिल गया ठिकाना।।

मुझे रास आ गया है तेरे दर पर सर झुकाना,
तुझे मिल गया पुजारी मुझे मिल गया ठिकाना,
मुझे रास आ गया हैं तेरे दर पर सर झुकाना।।

सिंगर – श्री चित्र विचित्र जी महाराज।

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