नेक बसुरी बजा दे रसिया
नेक बसुरी बजा दे रसियाप्यास मन की बुझा दे रसिया।। नेक बसुरी बजा दे रसियाप्यास मन की बुझा दे रसिया।। बसुरी बाजादे मेरी गलियो में आए केसंग की सहेली लेके मिलू तोसे ध्याक़े।। ऐसी आग लगड़े रसियानेक बसुरी बजा दे रसिया।। तेरे रूप कही सारे ब्रज में उजालातुलना नही तू सारे जाग से निराला है।। … Read more