रोज रोज सपनों में श्याम मोरे आयो रे

रोज रोज सपनों में श्याम मोरे आयो रे
सांवली सूरत मोरे मनवा को भये रे
बहुत तड़पयी रे बंसुरिया मोहन के
मुरलिया मोहन के ।।

छोटी उमरिया में लग गया रोग रे
श्याम की दीवानी राधा जाने सब लोग रे।।

दिन रात बन गई जोगन रे
लागे नहीं मन करु कौंसा जतन रे
तन में अगन ला गए
बंसुरिया मोहन की मुरलिया मोहन की।।

सांवली सूरत बड़ा मन तड़पये
बाजे जब बसुरिया मेरा दिल लुब्ये
मोहनी सुरतिया पे वारी वारी जौ रे
मैं बच ना पौ रे
सारी रात जगाए बंसुरिया मोहन के
मुरलिया मोहन के।।

साथी क्या बताऊ दिल का हाल रे
हर दिन में बस गए रे यशोदा का लाल रे
हरदे में बस गए कृष्ण कन्हैया
पगली मोह बनाया बसुरिया मोहन के
मुरलिया मोहन के।।

रोज रोज सपनों में श्याम मोरे आयो रे
सांवली सूरत मोरे मनवा को भये रे
बहुत तड़पयी रे बंसुरिया मोहन के
मुरलिया मोहन के।।

Roj Roj Sapno Mein Shyam More Aayo Re
Sanwali Surat More Manva Ko Bhaye Re
Bahut Tadpayi Re Bansuriya Mohan Ke
Muraliya Mohan Ke

Choti Umariya mein Lag Gaya Rog Re
Shyam Ki Deewani Radha Jaane Sab Log Re

Din Raat Ban Gayi Jogan Re
Laage Nahi Man Karu Kaunsa Jatan Re
Tan Mein Agan La Gaye
Bansuriya Mohan Ki Muraliya Mohan Ki

Sanwali Surat Bada Man Tadpaye
Baje Jab Basuriya Mera Dil Lubye
Mohani Suratiya Pe Vaari Vaari Jau Re
Main Bach Naa Pau Re
Saari Raat Jagaye Bansuriya Mohan Ke
Muraliya Mohan Ke

Sathi Kya Batau Dil Ka Haal Re
Harday Mein Bas Gaye Re Yashoda Ka Laal Re
Harday Mein Bas Gaye Krishna Kanhaiya
Pagali Moha Banaye Basuriya Mohan Ke
Muraliya Mohan Ke

Roj Roj Sapno Mein Shyam More Aayo Re
Sanwali Surat More Manva Ko Bhaye Re
Bahut Tadpayi Re Bansuriya Mohan Ke
Muraliya Mohan Ke

Leave a Comment