सजा पइहो मनवा हरी बिसराये के

अपने ही मन से राम को भुलाय के
सजा पइहो मनवा हरी बिसराये के।।

अपने ही मन से प्रभु को भुलाय के
सजा पइहो मनवा हरी बिसराये के।।

गर्भ में पहिले कौल करि आये
गर्भ में पहिले कौल करि आये
यहाँ पर आके प्रभु को भुलाये
गर्भ में पहिले कौल करि आयए
यहाँ पर आके प्रभु को भुलाये।।

भूल गइले प्राणी प्रभु को माया में फसाय के
सजा पइहो मनवा हरी बिसराये के।।

श्वास का पंछी जबहि उड़ जइहै
तो खली पिजरा परा रही जइहै
श्वास का पंछी जबहि उड़ जइहै
तो खली पिजरा परा रही जइहै
ले जावे घरके तेरे कंधे पे उठाय के
सजा पइहो मनवा हरी बिसराये के।।

लकडिया चुन-चुन सेज सजवाईहै
ताहि पे तुहका ढंग से लेटाइहय
लकडिया चुन-चुन सेज सजवहय
ताहि पे तुहका ढंग से लेटाइहय
फूक देइहय देहिया तोहरी अगिया लगायके
फूक देइहय देहिया तोहरी अगिया लगायके
सजा पइहो मनवा हरी बिसराये के।।

कहत है सुरेश भजन करो प्यारे
छोड़ दो नैया प्रभु के सहारे
सुखो प्राणी एक दिन राम नाम गाये के
सजा पइहो मनवा हरी बिसराये के।।

अपने ही मन से राम को भुलाय के
सजा पइहो मनवा हरी बिसराये के।।

https://www.youtube.com/watch?v=nUIPm_9vIoA

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