श्याम रखते थे खबर तुम बेखबर क्यों हो गए
मेरे ये आंसू भी तुम पे बेअसर क्यों हो गए
रेहमतो से ही तो तेरी मेरा ये जीवन चला
तेरी चौखट के भिखारी दर बा दर क्यों हो गए
मेरे ये आंसू भी तुम पे बेअसर क्यों हो गए
श्याम रखते थे खबर तुम बेखबर क्यों हो गए
मेरे ये आंसू भी तुम पे बेअसर क्यों हो गए
जब कभी मैंने पुकारा तुम को पाया हर दफा
साथ तब थे दूर अब तुम इस कदर क्यों होगये
मेरे ये आंसू भी तुम पे बेअसर क्यों हो गए
श्याम रखते थे खबर तुम बेखबर क्यों हो गए
पाऊ न दीदार तेरा मेरा ऐसा दिन न था
जाके बैठे तुम कहा ओझल नज़र क्यों होगये
मेरे ये आंसू भी तुम पे बेअसर क्यों हो गए
श्याम रखते थे खबर तुम बेखबर क्यों हो गए
तेरी नाराजी को मैं कैसे सँभालु ये बता
फ़िक्र थी राघव की तुमको बेफिक्र क्यों होगये
मेरे ये आंसू भी तुम पे बेअसर क्यों हो गए
श्याम रखते थे खबर तुम बेखबर क्यों हो गए
श्याम रखते थे खबर तुम बेखबर क्यों हो गए
#Singer- Uma Lahari