अमृत की बरसे बदरिया अम्बे माँ की दुअरिया

अमृत की बरसे बदरिया अम्बे माँ की दुअरिया,अमृत की बरसे बदरिया ओये मेरी माँ की दुअरिया।। दादुर मोर पपीहा बोले पपीहा बोले पपीहा बोले,कूके काली कोयलिया अम्बे माँ की दुअरिया,अमृत की बरसें बदरिया ओये मेरी माँ की दुअरिया।। शीश मुकुट कानों में कुण्डल सोवे लाल चुनरिया,अम्बे माँ की दुअरिया अमृत की बरसें बदरिया,ओये मेरी माँ … Read more