नंद नंदन बिल्माई

मीरा बाई भजन फुल लिरिक्स नंद नंदन बिल्माईबदरा ने घेरी माई माईइट घन गरजे उत्त् घन लरजेचमकट बीज समाई उमड़ घूमड़ चौ डिश से आईपवन चले पुर्वाईबदरा घेरे माई माईनंद नंदन बिल्माई दादुर मोर पपीहा बोलेकोयल सबाद सुनाएमीरा के प्रभु गिरधर नगरचरण कमाल चिट लाईबदरा ने घेरे माई माईनंद नंदन बिल्माई नंद नंदन बिल्माईबदरा ने … Read more

सावरियां तेरी बांसुरी मेरे दिल में समा गई

सावरियां तेरी बांसुरी मेरे दिल में समा गई,मेरे प्यारे तेरी बांसुरी मेरे दिल में समा गई, सच तू बात दे कान्हा कहा तने सीखे,तान सुरली आ की धुन बड़ी मीठी,सब गोपी फिर ढूंढ़ती क्या जादू चला गई,सावरियां तेरी बांसुरी मेरे दिल में समा गई, हो ब्रिज ये अधूरा लागे बिना तेरे सँवारे,सुन ने को तरसे … Read more

क्या खेल रचती है माया

करो भजन बंदे,वहा तेरे साथ कुछ भी ना जाएगा,लेगा हरी का नाम जो भव से तर जाएगा।। रची प्रभु ने काया,जुड़ी है जिस से माया,ऋषियो ने भेद ना पाया,क्या खेल रचती है माया।। मात पिता से भी डोर करा दे,भाई और बेहन में फुट करा दे,अपनो से इसने डोर कराया,करमो से इसने कमाया,क्या खेल रचती … Read more

मैंने मानुष जनम तुझको हीरा दिया

मैंने मानुष जनम तुझको हीरा दिया,मैंने मानुष जनम तुझको हीरा दिया,तूने व्यर्थ गँवाया तो मैं क्या करूँ।देर ना हो जाए, सुनों देर ना हो जाए।। मैंने सुंदर सुद्ध मन जगत को दिया,फिर भी निंदा ही भाए तो मैं क्या करूँ,सबसे मिलना ही रहना मेरा रूप हैतुझको दूरी ही भाए तो मैं क्या करूँ,देर ना हो … Read more