देश उठेगा अपने पैरो निज गौरव के भान से

देश उठेगा अपने पैरो, निज गौरव के भान से,स्नेह भरा विश्वास जगाकर, जिए सुख सम्मान से परावलंबी देश जगत में, कभी ना यश पा सकता है,मृगतृष्णा में मत भटको, छिना सबकुछ जा सकता है,मायावी संसार चक्र में, कदम बढाओ ध्यान से,अपने साधन नही बढेंगे, औरों के गुणगान से। देश उठेगा अपने पैरों, निज गौरव के … Read more