फाग खेलन बरसाने आए हैं नटवर नन्दकिशोर
फाग खेलन बरसाने आए हैं नटवर नन्दकिशोर Faag Khelan Barasane Aaye Hai Natwar Nand Kishore फाग खेलन बरसाने आए हैं नटवर नन्दकिशोरनटवर नन्दकिशोर, नटवर नन्दकिशोर,फाग खेलन……… घेर लई सब गली रंगीली,छाय रही है छटा छवि छवीली,डम ढोल, डम ढोल,आज डम ढोल मृदंग बजाए हैं, बंसी की घनघोर,फाग खेलन……… जुल-मिल के सब सखियाँ आईं,उमड़ घटा अम्बर … Read more