चलना रे कंकाली धाम
कंकाली कंकाली कहती है दुनियां कंकाली काली का धाम,सूंदर छटा में प्रगति है मैया कंकाली माँ का है नाम,चल ना रे कंकाली धाम।। भोपाल रायसेन के बीच में माई,अपन भगतो को तारने आई,तीन देव को संग में लाइ,पावन गोदावल धाम,अरे चल ना रे कंकाली धाम।। बीस गुजा नर मुंडो की माला,माँ ने रूप धरा विकराला,माँ … Read more