चाँद जैसे चौथ का मेरा बालमा

चाँद जैसे चौथ का मेरा बालमाचाँद से भी है प्यारा मेरा साजना मैंने उपवास रखा पिया के लिएजो जिया है मेरा उस जिया के लिएमेरा सिंदूर ये मुस्कुराता रहेबुज भी जाउ मैं ये जगमगाता रहेचाँद जैसे चौथ का मेरा बालमा चूड़ीया मेरी खंन खन खनकती रहेतेरे होठो पे खुशियाँ बिखर ती रहेअपनी किस्मत पे मैं … Read more