मेरी सुनले करुण पुकार ओ शीश के दानी

आजा संवारे आजा संवारेमेरी सुनले करूँ पुकार ओ शीश के दानीये है असुअन की धार ना साँझ तू पानी।। मेरी सुनले करुण पुकार ओ शीश के दानी ,ये हैं अंसुवन की धार, ना समझ तू पानी ,मेरी सुनले करुण पुकार ओ शीश के दानी ।। जितने बहेंगे आंसू तेरे लिए सांवरे,कर्ज चढ़ेगा तुझपे उतना ही … Read more

छूटे कभी ना ये दामन तुम्हारा

रहे हाथ तेरा सर पे हमारेतेरी शरण में जीवन गुज़ारेहर पल हो हमको दर्शन तुम्हाराछूटे कभी ना ये दामन तुम्हारारहे श्याम जब तक ये जीवन हमाराछूटे कभी ना ये दामन तुम्हारा।। तुम्ही हो हमारे सुख दुःख के साथीतुम्ही हो हमारी नैया के मांझीतेरे सिवा ना कोई दूजा हमाराछूटे कभी ना ये दामन तुम्हारा।। वो पल … Read more