खुशबू ना बदलती है इंसान बदलते हैं

खुशबू ना बदलती है इंसान बदलते हैं Khushboo Na Badalti Hai Insaan Badalte Hai खुशबू ना बदलती हैइंसान बदलते हैं।। दरबार वही रेहतादरबान बदलते हैं।। चिकनी है डगरऐसी यहां कौन नहीं फिसला।। कभी रंगीनियो केझूले पे हम झूल जाते हैं।। कभी इस शान शौकत पेफानी फूल जाते हैं।। कभी संसार तो जाते तोलगता जगत झूठा।। … Read more