मझधार में नैया है राहें अंजानी है
मझधार में नैया है राहें अंजानी हैमेरे बाबा सुन लो मेरी ये नाव पुरानी हैमझधार में नैया है फ़िल्मी तर्ज – एक प्यार का नगमा है मैं बीच भंवर में हूँ मिलता न किनारा हैमेरी डूबती नैया का एक तू ही सहारा हैमुझे आस किसी से नहींमुझे आस बढानी हैमेरे बाबा सुन लोमझधार में नैया … Read more