श्री कुबेर चालीसा – जय जय श्री कुबेर भंडारी

॥ दोहा ॥जैसे अटल हिमालय और जैसे अडिग सुमेरऐसे ही स्वर्ग द्वार पे अविचल खडे कुबेर।। विघ्न हरण मंगल करण सुनो शरणागत की टेरभक्त हेतु वितरण करो धन माया के ढेर।। ॥ चौपाई ॥जै जै जै श्री कुबेर भण्डारीधन माया के तुम अधिकारी।। तप तेज पुंज निर्भय भय हारीपवन वेग सम सम तनु बलधारी।। स्वर्ग … Read more

श्री कुबेर जी है भंडार भरते

श्री कुबेर जी है भंडार भरतेध्यान हिरदये में जो इनका धरते,संग लक्ष्मी जी है आज्ञा कारीपूजती है ये संग दुनिया सारी,भाव से भर्ती भगति का गागरआप गागर में सागर को भरते,श्री कुबेर जी है भंडार भरतेध्यान हिरदये में जो इनका धरते।। धन कुबेर जी है शिव जी के प्यारेभक्त विविशान है बाहता तुम्हारे,विषवाला ले इब्दा … Read more