क्यों कुंडा लाके बैठ गये माँ
बचो दुरो दुरो आये तेरे द्वारक्यों कुंडा लाके बैठ गये माँ,तेरा करना है रज के दीदारक्यों कुंडा लाके बैठ गये माँ।। लखा दिया आसा तू ही पुरिया ने कीतियां,आसा भी ते केहनिया ने गल्ला आप बीतियाँदे दे गल लाके साहनु भी तू प्यार,क्यों कुंडा लाके बैठ गये माँ।। असि भी ते माला तेरी नाम वाली … Read more