मनसा मनसा तू जपले निरंतर होंगे रे दुख छू मंतर

मनसा मनसा तू जपले निरंतरहोंगे रे दुख छू मंतर।। मनसा मनसा तू जपले निरंतरहोंगे रे दुख छू मंतर।। माँ के लिए बच्चे प्राणो से प्यारेमाँ मनसा देती है सबको सहारे।। तुबी तो बोल जय जयमाँ के दर आके।। मनसा मनसा तू जपले निरंतरहोंगे रे दुख छू मंतर।। युग युग से माईमनसा प्रेम लूटती।। उलझन है … Read more

बैठो उड़न खटोले चलो मनसा धाम यहां होती मुरादे पूरी

बैठो उड़न खटोले चलो मनसा धाम यहां होती मुरादे पूरीहरिद्वार में आने वाले सुन बिन दर्शन है यात्रा अधूरी।। पहले जाना हरी की पोडी मन में रख के माँ की भगतीजाके लगाना गंगा डुबकी फिर पावन तन मन करना।। कोई पैदल मन्दिर जाए कोई झूले में बेठ के आयेजिसकी जैसे मन में शरद वैसे माँ … Read more