मेरे राम के जैसा कोई नही
कैसे करू बखानमेरी वाणी में इतना ज़ोर नहीमैने देख लिया जाग सारा मगरमेरे राम के जैसा कोई नही आँखे करुणा की सागर हैमुख जिनका चंद्रा दिवाकर है हाथो में तीर कमान लिएहनुमान भरत से चाकर है लीला अप्रम पार और शक्तिका कोई छोर नही मैने देख लिया जाग सारा मगरमेरे राम के जैसा और नही … Read more