दुःख की घडी में पोंछ के आंसू मेरी लाज बचाई
बिछड़े कभी न हम बस तेरे दर सेदया का हाथ रहे इसी दास के सर पेजब भी मैं हारा आके कन्हैया मेरी लाज बचाईदुःख की घडी में पोंछ के आंसू मेरी लाज बचाईदया तूने मोपे मेरे श्याम दिखाईमेरी लाज बचाई गर्दिश में अपनों ने मुखड़ा जो मोड़ातूने ही थामा मेरा हाथ ना छोड़ाकसके यूँ तूने … Read more