मोहे भायो राम नाम नहीं दूजा कोई नाम
मोहे भायो राम नाम नहीं दूजा कोई नाम,हुई वनवारी तेरी संवारी न लागे कही जिया,ओ पिया ओ पिया ओ रे पिया।। वेरन हो गई मेरी अखियांमुझको सुहाए न सखियाँ सहेलिया,माँ तड़पुं दिन रात तुझे ढूँढू सुबह शाम,हुई वनवारी तेरी संवारी न लागे कही जिया,ओ पिया ओ पिया ओ रे पिया।। जनक दुलारी है तुझपे हारी … Read more