थारी झुंझन नगरी सजने वाली ही है
झुंझनु की मैया म्हारा केवे जियाथारी झुंझनु नगरी सजने वाली ही हैसिंह की सवारी करने वाली ही है।। भादो का महिना है दादी ने बड़ा प्यारास्वर्ग सा लगता है धरती का नजारा।। कलकता से कोई माँ टाटा नगर से कोईमाँ चरणों में धोक लगाने लगे हैं।। टोला का टोला माँ गली मोहल्ला माँसंग मिलके जोत … Read more