राधा नागर गोपी बलवभ हे मुरलीधर हे गिरिधर

राधा नागर गोपी बलवभ हे मुरलीधर हे गिरिधरश्याम सलोना रूप मनोहर जय हो तेरी हे सर्वेश्वरहरे कृष्णा हरे कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे रामा रामा रामा हरे हरे।। राधा नागर गोपी बलभव हे मुरली हे गिरिधरश्याम सलोना रूप मनोहर जय हो तेरी हे सर्वेश्वरहरे कृष्णा हरे कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे रामा रामा रामा हरे … Read more