रख ले ग़रीब जान के श्याम कीर्तन
रख ले ग़रीब जान के श्याम कीर्तन Rakh Le Garib Jaan Ke Shyam Kirtan रख ले ग़रीब जान के श्याम कीर्तनरख ले ग़रीब जान के इरादे बांधता हू तोड़ता हूमगर फिर जोड़ लेता हूकही मेरी कश्ती तेरे रुख़ सेमाया नगरी की और ना हो जाए मैं तेरी तेरी मेरे मलकारखले ग़रीब जान केरख ले ग़रीब … Read more