रचा है श्रष्टि को जिस प्रभु ने
रचा है श्रष्टि को जिस प्रभु ने Racha Hai Shrishti Ko Jis Prabhu Ne Lyrics रचा है श्रष्टि को जिस प्रभु ने,रचा है श्रष्टि को जिस प्रभु ने,वही ये श्रष्टि चला रहे है,जो पेड़ हमने लगाया पहले,उसी का फल हम अब पा रहे है,रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने,वही ये श्रष्टि चला रहे है … Read more