भोले कदे मेरी झोपड़ी में तो आ तो सही
कदे मेरी झोपड़ी में तो आ तो सहीरुखी सुखी रोटी भोले कभी खा तो सहीतेरे भक्त ने कितने दुख साहे हैं।। कदे मेरी झोपड़ी में तो आ तो सहीरुखी सुखी रोटी भोले कभी खा तो सहीतेरे भक्त ने कितने दुख साहे हैं तेरे बिना कौन जाने दर्द कहानी रेतेरे बिना पूछे अंखिया के पानी ने … Read more