शिव शिव रटले रे बंदे जीवन है ये थोड़ा

विघन हरन गौरी के नैनन्दोसुमिर सदा सुखदयी रेतुलसी दास जो गणपति सुमिरेकोटि विघन ताल जाय रे प्रेम से बोलो महाकालेश्वर बाबा की जय शिव शिव रटले रे बंदेजीवन है ये थोड़ादौडा जाए रे समय का घोड़ा शिव शिव रटले रे बंदेजीवन है ये थोड़ादौडा जाए रे समय का घोड़ा ना तेरा ना मेरा बाबूइस्स गोडे … Read more