आई थी आज गलियाँ मे एक ब्रज नारी रे
आई थी आज गलियाँ मे एक ब्रज नारी रे Aayi Thi AAj Galiyan Me Ek Braj Nari Re आई थी आज गलियाँ मे एक ब्रज नारी रेमेरो अंग अंग पे श्याम श्याम लिख डारो रे।। आई थी आज गलियाँ मे एक ब्रज नारी रेमेरो अंग अंग पे श्याम श्याम लिख डारो रे।। माथे पे लिखे … Read more