घडी एक ना ही आवडे तुम दर्शन बिन मोहे
घडी एक ना ही आवडे तुम दर्शन बिन मोहे,तुम हो मेरे प्राण जी थासु जीवन होए।। नींद आवे चैन न आवे विरहा सतावे मोहेघ्याल सी घुमात फिरू मेरा दर्द न जाने कोईतुम दर्शन बिन मोहे।। जो मैं ऐसा जानती रे प्रीत की ये दुःख होएनगर धिन्डोरा फेर ती रे प्रीत न करियो कोईतुम दर्शन बिन … Read more