ओम श्री श्याम देवी नमः
जपू मैं नित हमेशा
तेरे कारण हो गया ये जोगन का भेष
अब तो दर्शन दो प्रभु
कृपा करो अखिलेश
अर्ज़ करू तोहे
विनती करू हे खाटू के नरेश।।
तू मेरा मोहन मोहन मैं तेरी जोगन हूँ रे,
नहीं तू तोड़ पायेगा प्रेम का बंधन हूँ रे,
तू मेरा मोहन मोहन मैं तेरी जोगन हूँ रे।।
जो देखु न तुझे इक पल तो बड़ी तकलीफ होती है,
तुझे ही खोज ती फिरती मेरी आँखे ये रोती है,
दर्श दे कर के हर लेता सारा उल्जन रे,
तू मेरा मोहन मोहन मैं तेरी जोगन हूँ रे।।
ना देखा मीरा को मैंने वही हालत हमारी है,
जेहन में घूमती रहती छवि प्यारी तुम्हारी,
तरस खा आ कर के बन जा दिल की धड़कन तू रे,
तू मेरा मोहन मोहन मैं तेरी जोगन हूँ रे।।
बहाने छोड़ कर सारे मुझे अपनी शरण दे दे,
बनु मैं तेरी बांसुरियां कोई ऐसा जन्म दे दे,
मैं लेहरी बोल दू खुल कर मेरा मनमोहन तू रे ,
तू मेरा मोहन मोहन मैं तेरी जोगन हूँ रे।।
Om Shree Shyam Devay Namah
Japu Main Nit Hamesha
Tere Karan Ho Gaya Ye Jogan Ka Bhesh
Ab To Darshan Do Prabhu
Kripa Karo Akhilesh
Arj Karu Tohe
Vinti Karu Hey Khatu Ke Naresh
Tu Mera Mohan Main Teri Jogan Hu Re
Nahi Tu Tod Payega Prem Ka Bandhan Hu Re
Jo Naa Dekhu Tujhe Ek Pal
Tujhe Badi Taqleef Hoti Hai
Tujhe Hi Khojati Firti Meri Aankhe Ye Roti Hai
Darsh De Kar Ke Harleta Saari Uljhan Tu Re
Tu Mera Mohan Main Teri Jogan Hu Re
Nahi Tu Tod Payega Prem Ka Bandhan Hu Re
Naa Dekha Meera Ko Maine Wahi Halat Hamari Hai
Jahan Mein Ghoomati Rehti Chhavi Pyari Tumhari Hai
Taras Kha Kar Ke Banja Dil Ki Dhadkan Tu Re
Tu Mera Mohan Main Teri Jogan Hu Re
Bahaane Chhod Kar Saare Mujhe Apni Sharan De De
Banu Main Teri Bansuriya Koi Aisa Janam De De
Main Lehari Bol Du Khul Kar
Mera Man Bhawan Tu Re
Tu Mera Mohan Main Teri Jogan Hu Re
Nahi Tu Tod Payega Prem Ka Bandhan Hu Re