तुम्हारे वास्ते मोहन सभी दुःख हम उठाएंगे,
ना मुख मोड़ेंगे जीवन की तुम्हे बाजी लगाएंगे,
तुम्हारे वास्तें मोहन सभी दुःख हम उठाएंगे।।
सदा संतोष रखेंगे किसी से कुछ ना चाहेंगे,
छोड़ कर सारी चिंताए तुम्हारे गीत गाएंगे,
तुम्हारे वास्तें मोहन सभी दुःख हम उठाएंगे।।
कहेगा यदि भला कोई भला खुद को ना मानेंगे,
सुनाएगा खरी खोटी नही उस पर रिसाएंगे,
तुम्हारे वास्तें मोहन सभी दुःख हम उठाएंगे।।
बनेंगे दीन उपकारी तजेंगे स्वार्थी पन को,
तुम्हे अपना बनाने को सभी के काम आएँगे,
तुम्हारे वास्तें मोहन सभी दुःख हम उठाएंगे।।
मिटेंगे मन के जब सारे ये सुख दुःख द्वन्द के झगड़े,
मेरे प्राणेश मन मोहन तभी तो तुमको पाएँगे,
तुम्हारे वास्तें मोहन सभी दुःख हम उठाएंगे।।
तुम्हारे वास्ते मोहन सभी दुःख हम उठाएंगे,
ना मुख मोड़ेंगे जीवन की तुम्हे बाजी लगाएंगे,
तुम्हारे वास्तें मोहन सभी दुःख हम उठाएंगे।।
सिंगर -चित्र विचित्र जी महाराज।
इन चित्र विचित्र जी के भजन को भी देखे –
- मेरे नैनो में राधा मेरे बैनो में राधा
- चलो रे मन श्री वृन्दावन धाम
- मेरी विनती यही है राधा रानी कृपा बरसाए रखना
- मैं तो अपने श्याम की दीवानी बन जाउंगी
- कैसे करू शुक्रिया इतना दिया है दाता
- कृपा की न होती जो आदत तुम्हारी
- आओ श्यामजी साड्डे मखणा दा भोग लगाओ श्याम जी
- राधा नाम की लगाई फुलवारी के पत्ता पत्ता श्याम बोलता
- उड़ गई रे नींदिया मेरी बंसी क्या श्याम ने बजाई रे
- दीवाना कृष्ण नाम का मस्ताना श्याम नाम का
- प्रभु का प्यार मिल जाए, एक बार जीवन में
- श्याम सुन्दर के जो है पुजारी प्रीत उनसे लगाए हुए है