तुम्हे अपने बाबा पे भरोसा जो होता तू हर दम ना रोता

तुम्हे अपने बाबा पे भरोसा जो होता
तू हर दम ना रोता तू हर दम ना रोता
एहसास उनकी कृपा का जो होता
तू हर दम ना रोता तू हर दम ना रोता।।

सबकुछ मिला है फिर भी है शिकायत
अच्छी नहीं है प्यारे तेरी ये आदत
दुखियों का दुःख तूने देखा जो होता
तू हर दम ना रोता तू हर दम ना रोता।।

माया के घेरों ने ऐसा कैसा है
अभी तक तू लोभ के भंवर में फसा है
भक्ति से जीवन अपना संवारा जो होता
तू हर दम ना रोता तू हर दम ना रोता।।

औकात से ज़्यादा पाया है तूने
उसकी दातारि को भुलाया है तूने
खुद में अपने ज्ञान को उतारा जो होता
तू हर दम ना रोता तू हर दम ना रोता।।

भक्ति को अपनी तूने दिखावा बनाया
जो कुछ कमाया तूने सारा गंवाया
खज़ाना ये भक्ति का संभाला जो होता
तू हर दम ना रोता तू हर दम ना रोता ।।

Tumhe Apne Baba Pe Bharosa Jo Hota
Tu Har Dam Na Rota Tu Har Dam Na Rota
Ehasas Unaki Krpa Ka Jo Hota
Tu Har Dam Na Rota Tu Har Dam Na Rota

Sabkuchh Mila Hai Phir Bhi Hai Shikayat
Achchhi Nahin Hai Pyare Teri Ye Adat
Dukhiyon Ka Duhkh Tune Dekha Jo Hota
Tu Har Dam Na Rota Tu Har Dam Na Rota

Maya Ke Gheron Ne Aisa Kaisa Hai
Abhi Tak Tu Lobh Ke Bhanvar Mein Phasa Hai
Bhakti Se Jevan Apana Sanvara Jo Hota
Tu Har Dam Na Rota Tu Har Dam Na Rota

Aukat Se Zyada Paya Hai Tune
Usaki Datari Ko Bhulaya Hai Tune
Khud Mein Apne Gyan Ko Utara Jo Hota
Tu Har Dam Na Rota Tu Har Dam Na Rota

Bhakti Ko Apani Tune Dikhava Banaya
Jo Kuchh Kamaya Tune Sara Ganvaya
Khazana Ye Bhakti Ka Sambhala Jo Hota
Tu Har Dam Na Rota Tu Har Dam Na Rota

Leave a Comment